जो कहना है जरूरी.....
एक चुटकी आसमान, दो चुटकी बादल.. चारपाई का कोना, एक मुट्ठी गुड़धनिया.. रत्ती भर हंसी ठिठोली.. थोड़ी सी बात बोली... सुख को पसरने को और क्या चाहिए.......