बुधवार, 25 जून 2008

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बिहार में चर्चित इंजीनियर सत्येंद्र दूबे हत्याकांड का मुख्य आरोपी पुलिस हिरासत से फरार हो गया..
और किडनी किंग अमित कुमार को जमानत मिल गई..दोनों ही खबरें मीडिया में जगह नहीं बना पाईं,.. हालांति जब ये वारदातें हुई थीं या इनका खुलासा हुआ था तो ये मीडिया में अहम सुर्खियां बनी थी कई दिनों तक टीवी और समाचार पत्र पत्रिकाओं में दोनों ही खबरें छाई रहीं लेकिन सत्येंद्र को इंसाफ दिलाने में प्रशासन और पुलिस की कितनी दिलचस्पी रही इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सत्येंद्र दूबे हत्याकांड का आरोपी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गया...इसी तरह किडनी कांड की सही तरीके से जांच हो रही है या नहीं ये तो नहीं पता लेकिन गैरकानूनी तरीके से लोगों की किडनी निकालकर बेचने के धंधे का आरोपी ही इतनी आसानी से जमानत पा जाता है तो ये सिर्फ जांच एजेन्सियों की लापरवाही और पुलिस के गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते ही मुमकिन है.. आखिर क्या हो गया कि अदालत में पुलिस और जांच एजेंसियां कायदे से पैरवी नहीं कर पाई.. एक मामूली सा सर्जन कनाडा में बंगला खरीद कर रह रहा है फिल्मों में पैसा लगा रहा है और तो और इतने संगीन आरोपों से घिरा है मगर जांच होने तक उसे हिरासत में रखने में जांच एजेंसियां नाकाम रहीं और पुलिस प्रशासन का क्या कहना...पहले ही कई पुलिसवालों से इस डॉक्टर के लेन-देन के मामले उजागर हो चुके हैं..ऐसे में अगर वो पुलिस के शिकंजे से बाहर है तो सबूतों के साथ होने वाली छेड़छाड़ क्या कभी उन लोगों को इंसाफ दिला पाएगी..जो किडनी कांड के शिकार हो चुके हैं...या फिर सत्येंद्र को ईमानदारी दिखाने की जो सजा दी गई..क्या उसके घरवालों का भरोसा सिस्टम में बना रह पाएगा..और सबसे बड़ी बात ये इन सवालों का जवाब ढूंढने में किसी मीडिया वाले या फिर पुलिस प्रशासन के किसी अफसर की दिलचस्पी होगी.....
आपका हमसफर
दीपक नरेश

3 टिप्‍पणियां:

azdak ने कहा…

ऐसा ही महान अपना देश है. अच्‍छा है, मित्र, लिखकर किसी एंगल से आपने लात लगायी!

Shiv ने कहा…

सत्येन्द्र दूबे जी के हत्यारे के बारे में तो नहीं पता था लेकिन ये जरूर सुना कि सीबीआई अमित कुमार के ख़िलाफ़ निर्धारित समय के अन्दर हलफनामा नहीं फाइल कर सकी.

मीडिया के पास समय नहीं है. मीडिया व्यस्त है. ये बताने में कि अमिताभ बच्चन को सेक्सियेस्ट वेजिटेरियन मान लिया गया है. कौन-कौन धन्य नहीं है सर? मीडिया, पुलिस, सी बी आई, न्यायालय.....

Unknown ने कहा…

एक मामुली सा पेटि चोर भी थक गया होगा कि यार कब तक दुबे जी के मर्डर केश मे झुलावोगे. जल्दि सजा दिलवाओ और काम खतम करो. लेकिन कितना दिन खिचेगा. कैसे हम लोग पचाये कि जिसके मर्डर पर इतना हंगामा हुआ उसका कातिल निकला एक पाकिट्मार.